रूस में एक स्वास्थ्य अधिकारी ऐना पोपोवा ने कहा है कि कोविड-19 की Sputnik V वैक्सीन लेने वाले लोगों को करीब 2 महीने तक शराब छोड़नी होगी।
दुनिया भर में कोरोना महामारी अपना क़हर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना वायरस से आज पूरी दुनिया परेशान है। दुनिया को अब वैक्सीन का इंतजार है। रूस में स्पुतनिक V वैक्सीन (Sputnik V Vaccine) का टीकाकरण शुरू हो गया है। लेकिन इसी बीच रूस के अधिकारियों ने वैक्सीन से जुड़ी एक चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी शराब के शौकीनों को निराश करने वाली है।
जानकारी मुताबिक, रूस में एक स्वास्थ्य अधिकारी ऐना पोपोवा ने कहा है कि कोविड-19 की Sputnik V वैक्सीन लेने वाले लोगों को करीब 2 महीने तक शराब छोड़नी होगी। पोपोवा ने सलाह दी है कि लोगों को 2 डोज़ वाली वैक्सीन की पहली डोज़ लेने से कम-से-कम 2 हफ्ते पहले शराब पीना छोड़ दें और अगले 42 दिन तक शराब ना पिएं।
बता दें, गोलिकोवा ने TASS न्यूज एजेंसी को बताया, “रूस के लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना होगा, फेस मास्क पहनना होगा, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा और शराब पीने या इम्यूनोसप्रेसेन्ट ड्रग्स लेने से बचना होगा।”
मॉस्को टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, रूस के उपभोक्ता सुरक्षा प्रहरी, रोपोट्रेबनादज़ोर के प्रमुख, एना पोपोवा (Anna Popova) ने रेडियो कोम्सोमोल्स्काया प्रावदा (Komsomolskaya Pravda) के साथ एक साक्षात्कार में कहा ”यह शरीर पर एक दबाव है. यदि हम स्वस्थ रहना चाहते हैं और एक मजबूत प्रतिरक्षा तंत्र चाहते हैं तो हमें शराब नहीं पीना चाहिए।”
शराब पीने वाले देशों में चौथे नंबर पर
रूस दुनिया का सबसे बड़ा देश है लेकिन आबादी के मामले में यह 9वें नंबर पर है। वहीं शराब के शौकीन भी यहां कम नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, रूस दुनिया में प्रति व्यक्ति शराब का चौथा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। एजेंसी के अनुसार, औसत रूसी एक वर्ष में 15.1 लीटर (लगभग 4 गैलन) शराब का सेवन करता है।
रूस में टीकाकरण शुरू
रूस की राजधानी मॉस्को में पिछले सप्ताह से टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों का अनुमान है कि 100,000 लोगों को अब तक टीका लगाया जा चुका है। गोलिकोवा ने कहा कि इस हफ्ते के अंत तक देश के अन्य हिस्से भी टीकाकरण में शामिल होंगे। रूसी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि स्पुतनिक वी वैक्सीन 90 प्रतिशत से अधिक प्रभावी है, लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि शॉट लेने वाले चिकित्साकर्मियों को कोरोना हुआ। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कथित तौर पर इसे लेने से इनकार कर दिया है।
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