छत्तीगढ़ के कोरबा की एक मासूम बच्ची की सांसे धीरे-धीरे थम रही है। पिछले 48 दिनों से वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से लड़ रही है। 14 महीने की सृष्टि को 22 करोड़ के इंजेक्शन की जरूरत है, जो सात समंदर पार से आना है।
राष्ट्रीय : छत्तीगढ़ के कोरबा की एक मासूम बच्ची की सांसे धीरे-धीरे थम रही है। पिछले 48 दिनों से वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से लड़ रही है। 14 महीने की सृष्टि को 22 करोड़ के इंजेक्शन की जरूरत है, जो सात समंदर पार से आना है। लेकिन परिवार के सामने अपनी बच्ची के लिए इतनी बड़ी रकम जमा कर पाना बहुत बड़ी चुनौती है। बच्ची बिलासपुर अस्पताल के वेंटिलेटर पर है।
वहीं, अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि ये बीमारी ऐसी है कि दिन बढ़ने के साथ-साथ बीमारी भी बढ़ती रहती है। इस बीमारी में नसें भी कमजोर होती जाती है। उसकी वजह से मांसपेशियां भी कमजोर होने लगती है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बचाने के लिए इंजेक्शन ही मात्र उपाय है जो नसों में पहुंचाई जाती है।
आईपीएस अफसर दिपांशु काबरा ने ट्विटर यूज़र्स से दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर ऐट्रोफी (एसएमए) से पीड़ित कोरबा (छत्तीसगढ़) की 14-माह की बच्ची के लिए ₹22 करोड़ जुटाने में मदद करने की अपील की है। बच्ची को ₹22 करोड़ का एक इंजेक्शन लगना है। काबरा ने ट्विटर पर लिखा, "आइए इस बच्ची के लिए #HelpChain बनाएं।"
My dear #TwitterFamilyMembers,
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) February 26, 2021
आपसे विनम्र अपील है कि अपनी क्षमता से यथासंभव सहायता करे. सब मिलकर प्रयास करेंगे तो सृष्टि को बचाया जा सकता है.
Let's create #HelpChain for her.#TogetherWeCan #EveryContributionMatters.@ketto @GiveIndia @AwanishSharan @PriyankaJShukla@SonuSood https://t.co/H77S7Riofq
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