CMO चमोली डॉ जी.एस. राणा ने बताया कि आज तक 58 शव बरामद हुए हैं। सभी शवों का पोस्टमार्टम किया गया है।
उत्तराखंड : ऋषिगंगा जल प्रलय के 10 दिन मंगलवार को तपोवन जल विद्युत परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग में मलबा हटाने का कार्य जारी है। परियोजना के बैराज की ओर मलबा जमा है जिसमें शवों के दबे होने की आशंका है। उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ग्लेशियरों पर नजर रखने के लिए अलग विभाग बनाया जाएगा।
ANI न्यूज़ ट्वीट के मुताबिक़, CMO चमोली डॉ जी.एस. राणा ने बताया कि आज तक 58 शव बरामद हुए हैं। सभी शवों का पोस्टमार्टम किया गया है। मेरे द्वारा सभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अवलोकन किया गया है। उनकी मृत्यु अत्यधिक चोटें, फेफड़ों में पानी भरने के कारण हुई है।
आज तक 58 शव बरामद हुए हैं। सभी शवों का पोस्टमार्टम किया गया है। मेरे द्वारा सभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अवलोकन किया गया है। उनकी मृत्यु अत्यधिक चोटें, फेफड़ों में पानी भरने के कारण हुई है :CMO चमोली डॉ जी.एस. राणा, उत्तराखंड में तपोवन सुरंग में हुई लोगों की मृत्यु पर pic.twitter.com/V0uVvxp3z7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 16, 2021
जानकारी अनुसार, डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धीम अग्रवाल ने बताया बरामद कुल 58 शवों में से 31 की पहचान हो चुकी है। सुरंग से मिले 11 शवों की पहचान की जा चुकी है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के साथ डॉग स्क्वॉयड रैणी गांव, तपोवन और आसपास के इलाकों में लापता लोगों की खोज कर रहे हैं।
31 of 58 bodies recovered so far have been identified. All 11 bodies retrieved from Tapovan tunnel till now have been identified. Teams of SDRF & NDRF along with dog squads are conducting searches in Raini village, Tapovan & nearby areas: Ridhim Aggarwal, DIG SDRF #Uttarakhand pic.twitter.com/wjDtOQCJ6V
— ANI (@ANI) February 16, 2021
उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि हम इस बात से चिंतित हैं कि ग्लेशियर कैसे पिघल रहे हैं और पहाड़ों में ज्वार लहर पैदा कर रहे हैं। प्लूटोनियम पैक जिसे चीन की गतिविधियों की निगरानी करने के लिए रखा गया था, वह अब वहां नहीं है। हम सरकार से पैक की भी जांच करने का अनुरोध करते हैं।
We are concerned about how glaciers are melting creating a tidal wave in the mountains. The plutonium pack that was kept to monitor China’s movement is no longer there. We request the government to investigate the pack too: Uttarakhand Irrigation Minister Satpal Maharaj (15.02) https://t.co/fP5FTfGFdT
— ANI (@ANI) February 16, 2021
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