बड़ी ख़बर : उत्तराखंड में चल रहे बचाव कार्य में अब तक 58 शव बरामद, 31 की पहचान

CMO चमोली डॉ जी.एस. राणा ने बताया कि आज तक 58 शव बरामद हुए हैं। सभी शवों का पोस्टमार्टम किया गया है।


उत्तराखंड : ऋषिगंगा जल प्रलय के 10 दिन मंगलवार को तपोवन जल विद्युत परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग में मलबा हटाने का कार्य जारी है। परियोजना के बैराज की ओर मलबा जमा है जिसमें शवों के दबे होने की आशंका है। उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ग्लेशियरों पर नजर रखने के लिए अलग विभाग बनाया जाएगा।

ANI न्यूज़ ट्वीट के मुताबिक़, CMO चमोली डॉ जी.एस. राणा ने बताया कि आज तक 58 शव बरामद हुए हैं। सभी शवों का पोस्टमार्टम किया गया है। मेरे द्वारा सभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अवलोकन किया गया है। उनकी मृत्यु अत्यधिक चोटें, फेफड़ों में पानी भरने के कारण हुई है। 

जानकारी अनुसार, डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धीम अग्रवाल ने बताया बरामद कुल 58 शवों में से 31 की पहचान हो चुकी है। सुरंग से मिले 11 शवों की पहचान की जा चुकी है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के साथ डॉग स्क्वॉयड रैणी गांव, तपोवन और आसपास के इलाकों में लापता लोगों की खोज कर रहे हैं। 

उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि हम इस बात से चिंतित हैं कि ग्लेशियर कैसे पिघल रहे हैं और पहाड़ों में ज्वार लहर पैदा कर रहे हैं। प्लूटोनियम पैक जिसे चीन की गतिविधियों की निगरानी करने के लिए रखा गया था, वह अब वहां नहीं है। हम सरकार से पैक की भी जांच करने का अनुरोध करते हैं।

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