गुजरात के मनोनीत नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आज राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर राज्यपाल के समक्ष पद और गोपनीयता की शपथ ली।
गुजरात के मनोनीत नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आज राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर राज्यपाल के समक्ष पद और गोपनीयता की शपथ ली। शपथ ग्रहण का कार्यक्रम गांधीनगर में स्थित राजभवन में हुआ। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने भूपेंद्र पटेल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। रविवार को भूपेंद्र पटेल को बीजेपी की विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया था। दो दिन बाद नई सरकार के मंत्रिमंडल का गठन होगा।
बता दें कि भूपेंद्र पटेल के शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। वो आज ही गांधीनगर पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसके अलावा बीजेपी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल हुए।
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को ट्वीट कर बधाई दी। पीएम ने लिखा कि भूपेंद्र भाई को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई। मैं उन्हें वर्षों से जानता हूं और उनका अनुकरणीय कार्य देखा है, चाहे वह भाजपा संगठन में हो या नागरिक प्रशासन और सामुदायिक सेवा में। वह निश्चित रूप से गुजरात के विकास पथ को समृद्ध करेंगे।
पीएम मोदी ने पूर्व सीएम विजय रूपाणी की भी सराहना की
पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सीएम के रूप में अपने पांच वर्षों के दौरान, विजय रूपाणी ने कई लोगों को आकांक्षाओं के अनुरूप कार्य किया। उन्होंने समाज के सभी वर्गों के लिए अथक परिश्रम किया। मुझे विश्वास है कि वह आने वाले समय में भी जनसेवा में अपना योगदान देते रहेंगे।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने कही ये बात
रविवार को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद सीएम भूपेंद्र पटेल ने कहा कि मैं सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार जताता हूं। उन्होंने मेरे ऊपर विश्वास दिखाया है इसलिए हम गुजरात के विकास कार्य को सभी के साथ मिलकर आगे बढ़ाएंगे। संगठन को साथ लेकर आगे बढ़ना है। विकास कार्य को सभी के साथ मिलकर आगे बढ़ाएंगे।
पहली बार विधायक, कभी मंत्री भी नहीं रहे भूपेंद्र पटेल
पटेल इससे पहले राज्य सरकार में मंत्री भी नहीं रहे और पहली बार ही विधायक चुनकर आए हैं। सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा रखने वाले पटेल पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के करीबी माने जाते हैं। आनंदीबेन 2012 में इसी सीट से चुनाव जीती थीं।
5 साल बाद पाटीदार समुदाय से बना सीएम
गौरतलब है कि बीजेपी ने 5 साल बाद किसी पाटीदार को दोबारा राज्य की कमान सौंपी है। मोदी-शाह ने बड़ी सोची-समझी रणनीति के तहत ये कदम उठाया है। इसके जरिए पार्टी पिछले कुछ समय से नाराज पाटीदार समुदाय को खुश करना चाहती है।
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