देहरादून-मसूरी मार्ग पर रात में आवाजाही बंद, जानिए क्या है टाइमिंग

पुलिस की ओर से देहरादून-मसूरी रोड पर रात में आवाजाही पर रोक लगाई गई है। देहरादून-मसूरी रोड पर सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक ही आवाजाही हो सकेगी।


उत्तराखण्ड: देहरादून से मसूरी आने जाने वालों के लिए पुलिस प्रशासन ने रात में आवाजाही पर रोक लगाई है। 15-16 सितंबर की रात को बादल फटने के बाद से मसूरी रोड पर भी काफी नुकसान हुआ। जिसके बाद मार्ग दुरस्त करने में दो दिन लग गए। इस बीच अस्थाई पुल तैयार कर फिलहाल आवाजाही शुरू की गई है।

पुलिस की ओर से देहरादून-मसूरी रोड पर रात में आवाजाही पर रोक लगाई गई है। देहरादून-मसूरी रोड पर सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक ही आवाजाही हो सकेगी। शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक यह मार्ग पूरी तरह से बंद रहेगा। मसूरी रोड पर पहले से ही पुलिस बल तैनात है।

शिव मंदिर से आगे के रास्ते को एक तरफा ट्रैफिक को खोलकर पार करा रहा हैं। अस्थाई पुल और आगे की सड़क में वाहनों को एक तरफा ही आने जाने दिया जा रहा है। वहीं शिव मंदिर से पहले बैरिकेडिंग की गई है। ट्रैफिक की समस्या होने पर यहीं से गाड़ियों को रोका और डायवर्ट किया जा रहा है।

देहरादून और आसपास के इलाकों में 15-16 सितंबर की रात को आई आपदा के बाद से पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। देहरादून से मसूरी जाने वाला रास्ता भी टूट गया था, जिससे आवाजाही बंद हो गई। पुल टूटने से भी पर्यटक फंस गए थे, यहां पर वैली ब्रिज बनाकर गाड़ियों की आवाजाही शुरू की गई। इसी रोड से मसूरी, टिहरी और उत्तरकाशी के लिए सड़क मार्ग है। रास्तों के हालात इस समय बहुत बुरे हैं। किसी तरह से ही सड़क मार्ग को शुरू करवाया गया। लेकिन अब प्रशासन ने इस पर पाबंदी लगा दी है। 



प्रशासन ने देहरादून-मसूरी रोड पर रात में आवाजाही पर रोक लगाई है। भारी बारिश और भूस्खलन से मसूरी में कई जगह सड़कें टूट गई थी। इसके अलावा शिव मंदिर के पास पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया था। रोड को सही कर 48 घंटे में टूटे हुए पुल की जगह बेली ब्रिज बनाकर मसूरी-देहरादून रोड को आवाजाही लायक बनाया गया।

इस बीच शुक्रवार को देहरादून जिला प्रशासन ने भारी बारिश के बने हालात को देखते हुए देहरादून मसूरी मार्ग पर आवाजाही के लिए समय सीमा तय कर दी है। देहरादून-मसूरी रोड पर सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक ही आवाजाही हो सकेगी। शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक यह मार्ग पूरी तरह से बंद रहेगा।

प्रशासन का कहना है कि लगातार भूस्खलन, टूटी सड़कों और घने कोहरे की वजह से रात के समय हादसों का खतरा अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। प्रशासन ने साफ किया है कि भारी और बड़े वाहनों को मसूरी जाने की अनुमति बिल्कुल नहीं होगी, केवल छोटे वाहनों और सार्वजनिक परिवहन को ही तय समय सीमा में चलने दिया जाएगा।

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