उत्तर प्रदेश के मथुरा जेल में फांसी देने की तैयारी जेल प्रशासन ने शुरू कर दी है। यह फांसी अमरोहा की रहने वाली महिला शबनम को दी जा सकती है।
राष्ट्रीय : आजाद भारत की पहली महिला को उत्तर प्रदेश के मथुरा जेल में फांसी देने की तैयारी जेल प्रशासन ने शुरू कर दी है। यह फांसी अमरोहा की रहने वाली महिला शबनम को दी जा सकती है। उसने अप्रैल, 2008 में प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने ही 7 परिजनों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी।
मथुरा जेल प्रशासन ने रस्सी का ऑर्डर दे दिया है। निर्भया कांड के दोषियों को फांसी पर लटकाने वाले पवन जल्लाद ने फांसी घर का जायजा भी लिया है। हालांकि फांसी की तारीख अभी तय नहीं की गई है। अगर शबनम को फांसी होती है तो यह आजाद भारत का पहला मामला होगा।
प्राप्त जानकारी मुताबिक़, उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के बावनखेड़ी गांव की रहने वाली शबनम ने 14 अप्रैल, 2008 की रात अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर माता-पिता और मासूम भतीजे समेत परिवार के सात लोगों का कुल्हाड़ी से गला काटकर मौत की नींद सुला दिया था। इसी गुनाह में शबनम को फांसी की सजा सुनाई गई है।
शबनम की दया याचिका को राष्ट्रपति ने भी खारिज कर दिया है। ऐसे में उसका फांसी पर लटकना तय है। महिलाओं को फांसी पर लटकाने की व्यवस्था जिला जेल में है। अभी अदालत ने शबनम को फांसी पर लटकाने की तारीख मुकर्रर नहीं की है, पर जेल प्रशासन ने शबनम को फांसी के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
SP ने कहा- केवल मरम्मत की तैयारी
फांसी घर को दुरुस्त करने के लिए जेल अधीक्षक ने अपने आला अधिकारियों को पत्र लिखा है। एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में जेल अधीक्षक शैलेन्द्र कुमार मैत्रेय ने बताया है कि उनके पास शबनम को फांसी दिए जाने के संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि फांसी घर की स्थिति खराब हो गई थी, जिसे दुरुस्त कराने के लिए पत्र लिखा गया है। उन्होंने बताया कि रस्सी का भी ऑर्डर दिया गया है।
7 लोगों की हत्यारी, कौन है शबनम?
जेल सूत्रों के मुताबिक अमरोहा की रहने वाली महिला शबनम को दी जाने वाली संभावित फांसी के लिए इसे दुरुस्त किया जा रहा है। अमरोहा की रहने वाली शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर 15 अप्रैल 2008 को 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। शबनम ने अपने माता-पिता, दो भाई, भाभी, मौसी की लड़की, भतीजे की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी।
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