अमेरिकी कंपनी Pfizer का कहना है कि कोविड-19 का टीका 12 साल तक के बच्चों को सुरक्षित करता है, जो कि बच्चों में विस्तारित इस्तेमाल के लिए दरवाजा खोल सकता है। इससे बच्चों के स्कूल खुलने से पहले वैक्सिनेशन की उम्मीद जगी है।
वैक्सीन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी फाइजर ने दावा किया है कि फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 टीका 12 से 15 साल के बच्चों पर 100 फीसदी असरदार है। बता दें कि अमेरिका में 16 वर्ष और उससे अधिक उम्र के युवाओं को फाइजर की वैक्सीन दी जा रही है।
वहीं, एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर और जर्मन जैवप्रौद्योगिकी कंपनी बायोएनटेक द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित कोविड-19 टीका, कोरोना वायरस के उस नए प्रकार से सुरक्षा दे सकता है जो पहले ब्रिटेन और फिर दक्षिण अफ्रीका में पाया गया। भारत में फिलहाल 45 साल से अधिक उम्र और फ्रंटलाइन वारियर्स को टीके लगाए जा रहे हैं। बच्चों को टीके नहीं दिए जा रहे हैं।
Today with BioNTech, we announced positive topline results in adolescents 12-15 years of age from the Phase 3 Pfizer-BioNTech #COVID19 vaccine study. In participants aged 12-15 years old, BNT162b2 demonstrated 100% efficacy and robust antibody responses: Pfizer Inc
— ANI (@ANI) March 31, 2021
मॉडर्ना इंक ने भी पिछले हफ्ते ऐसी एक ट्रायल लॉन्च की थी। 6 महीने तक के बच्चे को भी टीका दिया गया था। वर्तमान में केवल फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका में 16- और 17 साल के बच्चों में किया जा रहा है। मॉडर्ना का शॉट 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को दिया जा रहा है।
45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण शुरू करने से पहले समीक्षा बैठक
इस बीच भारत में एक अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड-19 रोधी टीकाकरण की तैयारियों के बीच केंद्र ने बुधवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठक की तथा उनसे ऐसे क्षेत्रों की पहचान करने को कहा जहां टीकाकरण कराने वाले लोगों की संख्या कम है। इसने खास तौर पर ऐसे जिलों को भी चिह्नित करने को कहा जहां संक्रमण के नए मामलों में वृद्धि हो रही है।
0 Comments