बड़ी खबर : गुजरात से उत्तराखंड घूमने आए 22 यात्री, सभी निकले कोरोना संक्रमित

गुजरात से मुनिकीरेती नीलकंठ क्षेत्र में बस लेकर घूमने आए 22 यात्रियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। चार दिन पूर्व मुनिकीरेती चेक पोस्ट पर इनके आरटी पीसीआर सैंपल लिए गए थे। 


उत्तराखंड : प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उत्तराखंड में खासकर देहरादून और हरिद्वार जिले में कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी सरकार को हरिद्वार कुंभ क्षेत्र में कोरोना के खतरे को लेकर आगाह कर चुका है। बावजूद इसके हरिद्वार में कोरोना के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। वहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की रैंडम सैंपलिंग की जा रही है। इसी तरह गुजरात से आई एक बस में सवार सभी लोगों की भी रैंडम सैंपलिंग की गई थी।

प्राप्त जानकारी मुताबिक़, गुजरात से मुनिकीरेती नीलकंठ क्षेत्र में बस लेकर घूमने आए 22 यात्रियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। चार दिन पूर्व मुनिकीरेती चेक पोस्ट पर इनके आरटी पीसीआर सैंपल लिए गए थे। सोमवार को इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। खास बात यह है कि सैंपल देने के बाद यह यात्री यहां से नीलकंठ महादेव मंदिर गए और उसके बाद मुनिकीरेती के शीशम झाड़ी स्थित एक गुजराती आश्रम में रुके। अब स्वास्थ्य विभाग टीम आश्रम में रहने वालों के सैंपल लेने की तैयारी कर रही है।

ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में अन्य प्रांतों से घूमने आने वाले यात्री अपने साथ कोरोना संक्रमण लेकर आ रहे हैं। इस बात की पुष्टि सोमवार को उस वक्त हुई जब गुजरात से आई एक बस में सवार सभी 22 यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। विडंबना यह है कि यह यात्री यहां से लौट चुके हैं। इस बीच वह कितने व्यक्तियों के संपर्क में आए कहा नहीं जा सकता।

मुनिकीरेती क्षेत्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. जगदीश चंद्र जोशी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम तपोवन मुनिकीरेती में बाहर से आने वाले यात्रियों की रेंडम सैंपलिंग कर रही है। बीती 18 मार्च को एक बस को चेक पोस्ट पर रोका गया। उसमें 22 यात्री सवार थे। थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान अधिकतर यात्रियों का तापमान बड़ा हुआ था। इन सभी यात्रियों का आरटी पीसीआर सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया था। यात्री यहां से चले गए। सोमवार की शाम इन सभी यात्रियों की रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के मुताबिक सभी यात्री संक्रमित पाए गए हैं।

इस मामले में सबसे बड़ी परेशानी यह है कि इन यात्रियों के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को कैसे तलाश किया जाए। उन्होंने बताया कि अब तक की जांच में पता चला है कि यह यात्री यहां से नीलकंठ महादेव मंदिर दर्शन के लिए गए थे। उसके बाद वह मुनिकीरेती शीशम झाड़ी स्थित एक गुजराती आश्रम में रात को रुके थे। मंगलवार को इस आश्रम में रहने वाले करीब 15 व्यक्तियों के सैंपल लिए जाएंगे। उन्हें अभी होम आइसोलेट किया गया है। उन्होंने बताया कि नीलकंठ क्षेत्र के स्वास्थ्य अधिकारियों को भी यह सूचना दे दी गई है। 

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