आधुनिक वायरलेस नेटवर्क के जनक कहे जाने वाले नॉर्मन अब्रामसन का सेनफ्रांसिस्को में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे और त्वचा के कैंसर से पीड़ित थे।
आधुनिक वायरलेस नेटवर्क के जनक कहे जाने वाले नॉर्मन अब्रामसन का सेनफ्रांसिस्को में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे और त्वचा के कैंसर से पीड़ित थे। नॉर्मन और उनकी टीम ने 1971 में अलोहा नेट का विकास कर रेडियो तरंगों के जरिए कंप्यूटरों के बीच डाटा ट्रांसफर किया था। आज पूरी दुनिया में मोबाइल फोन, उपग्रहों, वाईफाई और सेल्यूलर आदि नेटवर्क की वायरलेस कम्युनिकेशन का आधार है।
नॉर्मन ने हार्वर्ड और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालयों से भौतिक विज्ञान व इंजीनियरिंग पढ़ाई के बाद स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की थी। उन्हें समुद्री लहरों में सर्फिंग से लगाव था, इसलिए अमेरिका के द्वीप हवाई के विश्वविद्यालय में पढ़ाने की नौकरी स्वीकार की ताकि यहां भी अपना शौक पूरा कर सकें। यहां से अमेरिकी महाद्वीप स्थित अमेरिका में डाटा का आदान-प्रदान मुश्किल काम था। इसे संभव बनाने के लिए उन्होंने अलोहा नेट विकसित किया। वे अलोहा नेट में रेडियो तरंगों से डाटा को छोटे पैकेट में बांटकर भेजने लगे। इसी से वायरलेस पैकेट कम्युनिकेशन की अवधारणा अस्तित्व में आई। इसमें दो उपकरणों के बीच रेडियो तरंगों से डाटा ट्रांसफर संभव हुआ।
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