देहरादून: 170 यात्रियों को लेकर बेंगलुरु के लिए विमान ने भरी उड़ान, एक घंटे बाद घूमकर वापस लौटा, जानिए वजह

देहरादून-बेंगलुरु इंडिगो फ्लाइट में तकनीकी खराबी आने के कारण विमान को एक घंटे बाद सुरक्षित उतारा गया। विमान में 170 यात्री सवार थे।


उत्तराखंड: देहरादून-बेंगलुरु इंडिगो फ्लाइट में तकनीकी खराबी आने के कारण विमान को एक घंटे बाद सुरक्षित उतारा गया। विमान में 170 यात्री सवार थे। फ्लाइट में खराबी आने के बाद पैसेंजर और एयरपोर्ट के अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा। विमान के सेफ्टी के साथ लैंडिंग के बाद ही सबने राहत की सांस ली।

बाद में दिल्ली से दूसरा विमान​एयरपोर्ट पर आया, जिसके बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित बैंगलोर के लिए रवाना किया गया। इस दौरान दो फ्लाइट को डायवर्ट किया गया और रनवे को भी खाली कराया गया। करीब एक घंटे तक आसमान में रहने के बाद विमान को सुरक्षित लैंडिंग कराया गया।

देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर मंगलवार शाम करीब 6 बजकर 5 मिनट पर इंडिगो विमान ने बंगलूरू के लिए उड़ान भरी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो विमान से पक्षी टकराया, जिसके बाद इंजन में तेज आवाज आने लगी।​इस बीच विमान ने करीब एक घंटे तक आसमान में चक्कर लगाया। आसमान में कई चक्कर लगाने के बाद विमान वापस जौलीग्रांट एयरपोर्ट लौट आया।

इंडिगो फ्लाइट में तकनीकी खराबी के बाद नियत समय पर आने वाली 2 फ्लाइट को भी आसमान से ही वापस दिल्ली एयरपोर्ट भेजा गया। हालांकि एयरपोर्ट प्रशासन का कहना है कि विमान में तकनीकी समस्या आ गई थी। एयरपोर्ट प्रशासन के अनुसार मंगलवार 28 अक्टूबर को देहरादून से बेंगलुरु जाने वाली इंडिगो की आईजीओ 61 36, A320 की फ्लाइट ने जौलीग्रांट से शाम 6 बजे उड़ान भरी। जैसे ही फ्लाइट ने उड़ान भरी, वैसे ही उसमें तकनीकी खराबी आ गई। उड़ान भरने के बाद पायलट ने एटीसी को बताया कि वे कुछ तकनीकी समस्या का सामना कर रहे हैं। पायलट ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट से करीब 8 मील की दूरी पर 5,600 फीट की ऊंचाई जाने के बाद विमान में तकनीकी खराबी आने के बाद वापस आने का अनुरोध किया।

इसी बीच दिल्ली से दो फ्लाइट आ रही थी। उन्हें आसमान से ही वापस कर दिया गया। साथ ही जौलीग्रांट एयरपोर्ट के रनवे को खाली कराया गया। जिसके बाद तकनीकी खराबी वाली इंडिगो की फ्लाइट को वापस उतराने का फैसला लिया गया। फ्लाइट को शाम 18:59 यानी 6 बजकर 59 मिनट पर सुरक्षित रूप से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उतारा गया।

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