दिल्ली से तीन दोस्त उत्तराखंड के चमोली में हिमक्रीड़ा स्थल औली घूमने आए। यहां ट्रेकिंग के बाद वे रास्ता भटक गए और गोरसों के चोंन्या बुग्याल के घने जंगलों में गुम हो गए।
नई दिल्ली के सिद्धार्थ वर्मा और और उनके दो दोस्त यहां घूमने के लिए आए हुए थे। दिनभर ट्रैकिंग के बाद शाम तक उन्हें वापस लौटाना था, लेकिन तीनों दोस्त गोरसों के चोन्नया तोक में घने जंगलों में भटक गए और रास्ता भूल गए। वे काफी देर तक रास्ता ढूंढ़ते रहे, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। जब अंधेरा हुआ तो उन्होंने गुगल सर्च कर जोशीमठ एडवेंचर एसोशिएसन के सदस्यों से संपर्क किया। पर्यटकों को मुसीबत में देख एसोशिएसन के सदस्य संतोश कुंवर और विवेक पंवार तुरंत लाइट और अन्य रेस्क्यू उपकरण के साथ मौके पर रवाना हुए।
रेस्क्यू दल में शामिल संतोष ने बताया कि औली से दो किलोमीटर पैदल चलकर कोठी आलू फार्म हाउस के पास उनील तोक में रिंगाल के घने जंगलो के बीच पर्यटकों की मौजूदगी थी। पर्यटकों को लाइट के माध्यम से संकेत दिए गए। मदद के लिए आए युवकों को देख कर पर्यटक खासे खुश हुए। तीन घंटे तक चले इस रेस्क्यू अभियान के बाद पर्यटकों को सुरक्षित औली लाया गया। पर्यटक सिद्धार्थ वर्मा ने कहा कि उनकी मदद के लिए आए स्थानीय निवासी उनके लिए देव दूत ही थे।
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