मामले की जांच कुमाऊं निदेशक ने की। जांच के आधार पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यूएस नगर में मरीज के उपचार में हुई लापरवाही पर वरिष्ठ फिजिशियन डाक्टर एमके तिवारी को चेतावनी दी।
उत्तराखंड : खून में प्लेटलेट्स कम होने पर एक महिला मरीज एक से दूसरे अस्पताल में भटकती रही। व्यवस्था की संवेदनहीनता से महिला को जान गंवानी पड़ी थी। इसके विरोध में विधायक राजेश शुक्ला को जिला अस्पताल में धरना देना पड़ा था। मामले की जांच कुमाऊं निदेशक ने की। जांच के आधार पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यूएस नगर में मरीज के उपचार में हुई लापरवाही पर वरिष्ठ फिजिशियन डाक्टर एमके तिवारी को चेतावनी दी।
संवेदनहीन चिकित्सा व्यवस्था का मामला उठाते हुए विधायक राजेश शुक्ला ने सोमवार छह जुलाई 2020 को जिला अस्पताल गेट पर धरना दिया था। विधायक ने धरना देते हुए कहा था कि इलाज के लिए किच्छा क्षेत्र के भंगा निवासी महिला को रुद्रपुर, हल्द्वानी तक भटकाया गया। जिसमें महिला की जान चली गई लेकिन चिकित्सकों ने समय पर उपचार देने की गंभीरता नहीं दिखाई।
इस संबंध में विधायक राजेश शुक्ला ने मुख्यमंत्री को पत्र भी भेजा था। किच्छा क्षेत्र के ग्राम भंगा निवासी ग्राम भंगा निवासी खेमकरन कश्यप की 29 वर्षीय बहन की पांच जुलाई, 2020 को बीमार हो गई। उसका प्लेटलेट्स कम होकर 41 हजार की जानकारी दी थी। विधायक के निर्देश पर बीमार महिला को किच्छा सीएचसी ले जाया गया। जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया।
इस दौरान आपातकालीन सेवा में जिला अस्पताल में डा. एमके तिवारी की ड्यूटी लगी थी। पैसे की असमर्थता पर परिजन उसे एसटीएच हल्द्वानी ले गए। समय से मरीज को एंबुलेंस की भी सुविधा नहीं मिल सकी। जहां से फिर महिला को जिला अस्पताल भेज दिया गया।
#Source @jagran
1 Comments
काश आपकी चेतावनी से इन लोगो पर भी असर होता,
ReplyDeleteवैसे व्यवस्था तो आपको ही बेहतर करनी है TRS साहब आप कभी समय लगे तो देखिए आम जनता कितनी बेबस हो गई है ,