एसपी ट्रैफिक राजीव मोहन का शव देर रात हल्द्वानी लामाचौड़ स्थित उनके घर पहुंच गया। सुबह होते ही बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी व अन्य लोग भी सांत्वना देने पहुंचे थे।
उत्तराखंड : एसपी ट्रैफिक राजीव मोहन का शव देर रात हल्द्वानी लामाचौड़ स्थित उनके घर पहुंच गया। सुबह होते ही बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी व अन्य लोग भी सांत्वना देने पहुंचे थे। एसपी राजीव को अंतिम विदाई देने के लिए उनके साथ पूर्व व वर्तमान में काम कर चुके एसपी, सीओ, कोतवाल दारोगा भी भारी संख्या में पहुंचे थे। पार्थिव शव को अब अंतिम संस्कार के लिए रानीबाग स्थित चित्रशीला घाट ले जाया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक़, जनपद नैनीताल में अपर पुलिस अधीक्षक, नैनीताल के पद पर तैनात राजीव मोहन के निधन पर आज पुलिस मुख्यालय उत्तराखंड, देहरादून में उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी तथा उनके परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए उत्तराखंड पुलिस में उनके द्वारा दिये गये अभूतपूर्व योगदान को याद किया गया।
राजीव मोहन विगत 29 दिसंबर 2020 से कोविड-19 संक्रमण से ग्रसित थे तथा प्राथमिक उपचार हेतु सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में उपचाराधीन थे। परंतु कोरोना संक्रमण से उनकी स्थिति अत्यधिक गंभीर होने के कारण डॉक्टरों के परामर्श अनुसार वे दिल्ली के मैक्स अस्पताल में उपचाराधीन थे। राजीव मोहन कोरोना संक्रमण से लगभग 21 दिन तक एक योद्धा की तरह लड़ते हुए दिनांक 19 जनवरी 2021 को वीरगति को प्राप्त हुये।
Ashok Kumar IPS, DGP Sir ने कहा कि राजीव मोहन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई में सबसे बड़ा बलिदान दिया। इस कठिन समय में श्री राजीव मोहन जी की अनुकरणीय सेवाएं हमेशा याद रखी जाएगी।
उत्तराखंड पुलिस उनके व उनके स्वजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती है। हम उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं, ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे एवं उनके स्वजनों को इस दु:खद घड़ी का सामना करने की शक्ति प्रदान करें। कोविड के विरूद्ध इस लड़ाई में उत्तराखण्ड पुलिस के दो हजार कर्मी संक्रमित हुए हैं, जिनमें से कुल 07 कर्मियों की मृत्यु हुई है। किसी राजपत्रित अधिकारी की कोविड से हुई यह पहली मृत्यु है।
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