शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने निर्देश दिए कि उत्तराखंड में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्था (एनआईओएस) के डीएलएड प्रशिक्षितों को मौजूदा प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा।
बता दें कि हाल ही में एनसीटीई (नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन) से एनआइओएस के डीएलएड पाठ्यक्रम को हरी झंडी मिली है। इससे प्रदेश में चल रही प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में इन शिक्षकों को भी मौका देने का रास्ता साफ हुआ था। एनसीटीई ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इस संबंध में दिशा-निर्देश भेजे। इसमें एनआइओएस के दो वर्षीय डीएलएड पाठ्यक्रम को मान्यता दी। निजी स्कूलों में पढ़ा रहे सैकड़ों शिक्षक एनआइओएस से यह डीएलएड का प्रशिक्षण ले चुके हैं। एनसीटीई के निर्देश नहीं होने की वजह से ये शिक्षक प्रदेश सरकार की ओर से विज्ञापित प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में उम्मीद थी कि वे आगे इसमें हिस्सा ले पाएंगे, लेकिन शिक्षा मंत्री ने साफ कर दिया है कि मौजूदा भर्ती प्रक्रिया में उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा।

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