केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि 18-19 कंपनियां कोविड वैक्सीन बना रही हैं। ये टीके परीक्षण के विभिन्न चरणों में हैं। सरकार मार्च में 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने की स्थिति में होगी।
राष्ट्रीय : सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड वैक्सीन को लेकर बड़ा बयाना दिया है। उन्होंने बताया अब कोरोना के खिलाफ जारी चौतरफा लड़ाई अब रंग लाती नजर आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार को बताया कि बीते 7 दिनों में देश के 188 जिलों में कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है।
जानकारी मुताबिक़, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि 18-19 कंपनियां कोविड वैक्सीन बना रही हैं। ये टीके परीक्षण के विभिन्न चरणों में हैं। सरकार मार्च में 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने की स्थिति में होगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण है कि लोग कोविड गाइडलाइन का पालन करते रहें। इसे मैंने सोशल वैक्सीन नाम दिया है, जो कोरोना के खिलाफ असल टीका है।
आज देश में 2 वैक्सीन उपलब्ध हो गई है। 80-85 लाख स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जा चुकी है। 20-25 देशों को हम वैक्सीन देने की स्थिति में आ गए हैं। मार्च के महीने में हम 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन देंगे: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन pic.twitter.com/KbHMq07Vki
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 15, 2021
80-85 लाख कर्मियों को दी गई वैक्सीन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि 18-19 कंपनियां कोविड वैक्सीन बनाने में जुटी हैं। ये टीके ट्रायल के विभिन्न चरणों में हैं। आने वाले महीनों में इनके आने की संभावना है। अगले दो-तीन हफ्तों में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड टीकाकरण शुरू किया जाएगा। टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं। हर्षवर्धन ने टीकों से संबंधित अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि सार्वजनिक टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं। देश में दो वैक्सीन उपलब्ध है। 80-85 लाख स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जा चुकी है। भारत 20-25 देशों को वैक्सीन देने की स्थिति में आ गया है।
80-85 फीसद फ्रंटलाइन कर्मचारियों का टीकाकरण हुआ
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने बताया कि 80-85 फीसद फ्रंटलाइन कर्मचारियों को टीका लगाया जा चुका है। भारत से 20 से 25 देशों को कोविड वैक्सीन दी जानी है। कम से कम 18-20 टीके प्रीक्लीनिकल, क्लिनिकल और एडवांस स्टेज में हैं। आने वाले महीनों में इनके आने की संभावना है। मेरा मानना है यदि 'हेल्थ फॉर ऑल' का सपना दुनिया में कभी पूरा होगा तो इसका मॉडल भारत में विकसित होगा। हमारा समग्र दृष्टिकोण, प्राचीन चिकित्सा ज्ञान, अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं और प्रणालियां सामूहिक रूप से दुनिया के लिए एक आदर्श प्रस्तुत करेंगी।
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