अमेरिका में बच्चों में पहला कोरोना वायरस इंजेक्शन लगा है। दरअसल, फाइजर कंपनी ने बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन बनाने हेतु ट्रायल शुरू किया है। इसके तहत पहला इंजेक्शन लगाया गया है।
कोरोना महामारी ने दुनिया के हर उम्र के व्यक्ति को संक्रमित किया है। फिलहाल इस महामारी के प्रसार को कम करने के लिए कोरोना वैक्सीन आ चुकी है। लेकिन अभी फिलहाल ये सिर्फ वयस्कों को ही लगाई जा रही है। व्यस्कों में जहां कोरोना वायरस होने के आसार ज़्यादा हैं, वहीं अभी तक बच्चों में इसके गंभीर परिणाम होने की उम्मीदें बेहद कम हैं।
हालांकि,कई लोग अपने बच्चों को लेकिन चिंतित हैं, कि उनके बच्चे को कोरोना की वैक्सीन कब लगेगी। इसी सवाल का जवाब दिया है कि फाइजर, बायोएनटेक ने। फाइजर, बायोएनटेक के प्रयास सफल रहे तो जल्द ही बच्चों के लिए भी कोरोना वैक्सीन आ जाएगी।
अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोरोना वायरस टीके का परीक्षण शुरू कर दिया है। कंपनी को उम्मीद है कि वर्ष 2022 के शुरुआती दिनों में कोरोना वायरस वैक्सीन बच्चों के लिए भी आ जाएगी। कोरोना महामारी से बचाव के लिए फाइजर समेत कई कंपनियों के वयस्कों के लिए वैक्सीन पहले ही आ चुकी है और इसे तेजी से लगाया जा रहा है।
फाइजर के प्रवक्ता ने कहा कि शुरुआती स्टेज के ट्रायल के लिए पहले वॉलंटियर्स को बुधवार को पहला इंजेक्शन दिया गया है। अमेरिका में 16 साल या उससे ऊपर के लोगों को फाइजर का कोरोना वायरस का टीका लग रहा है। अमेरिका में बुधवार सुबह तक 6.6 करोड़ लोगों को कोरोना वायरस का टीका लग चुका है। 6 माह तक के बच्चों में कोरोना वायरस टीका लगाने के लिए इसी तरह का ट्रायल पिछले सप्ताह मॉडर्ना कंपनी ने भी शुरू किया था।
फाइजर(Pfizer) के प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के शुरुआती चरण के ट्रायल के लिए वॉलंटियर्स को बुधवार को पहला इंजेक्शन दिया गया है। अमेरिका में 16 साल या उससे ऊपर के लोगों को फाइजर का कोरोना वायरस का टीका लग रहा है। अमेरिका में बुधवार सुबह तक 6.6 करोड़ लोगों को कोरोना वायरस का टीका लग चुका है। 6 माह तक के बच्चों में कोरोना वायरस टीका लगाने के लिए इसी तरह का ट्रायल पिछले सप्ताह मॉडर्ना कंपनी ने भी शुरू किया था।
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