बड़ी खबर : प्रीतम सिंह व राजकुमार के बाद, विधायक राम सिंह कैड़ा ज्वाइन कर सकते हैं बीजेपी

मिशन 2022 के लिए भाजपा,  कांग्रेस व आप समेत सभी दल पार्टी के लिए फायदेमंद और जिताऊ प्रत्याशियों को अपने खेमे में लाने की कवायद जोरों पर है। इस बीच बड़ी खबर यह है कि निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं।


मिशन 2022 के लिए भाजपा,  कांग्रेस व आप समेत सभी दल पूरी रणनीति के साथ आगे बढ़ रहे हैं। सभी दलों के द्वार भी सबके लिए खुलने लगे हैं। पार्टी के लिए फायदेमंद और जिताऊ प्रत्याशियों को अपने खेमे में लाने की कवायद जोरों पर है। इस बीच बड़ी खबर यह है कि निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। छात्र राजनीति से निकले युवा नेता राम सिंह कैड़ा कांग्रेस से जुड़े रहे। राजनीतिक महत्वाकांक्षा जताते हुए भीमताल क्षेत्र से 2017 में पार्टी से टिकट भी मांगा। टिकट नहीं मिला तो बगावत कर दी। मोदी लहर के बीच कैड़ा निर्दलीय विधायक चुन लिए गए। जीत के बाद से ही वह भाजपा के एसोसिएट सदस्य हो गए। तब से वह भाजपा के लिए सहयोगी ही नजर आए हैं। अब 2022 के चुनाव आते-आते कैड़ा के भी भाजपा में जाने को चर्चा जोर पकड़ गई है।

मिशन 2022 के लिए सभी पार्टियां कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। सभी दल रणनीति के साथ आगे बढ़ रही हैं। धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार कुछ दिन पहले ही भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं। बीते रविवार को कांग्रेस के पुरोला से विधायक राजकुमार भी भाजपा के हो गए हैं। वहीं अब भीमताल से विधायक राम सिंह कैड़ा के भाजपा में जाने की चर्चा लंबे समय से हो रही थी जो अब और गर्म होने लगी है। राम सिंह कैड़ा को लेकर भी चर्चा ऐसे ही नहीं उठी है। इसके पीछे कैड़ा का समय-समय पर भाजपा के प्रति प्रेम दर्शाना भी है।

विधायक बनने के बाद से ही वह भाजपा सरकार के सभी आयोजनों में मंच साझा करते आए हैं। सीएम से लेकर कैबिनेट मंत्रियों के करीब दिखे हैं। इतना ही नहीं पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के लिए कुर्सी खाली करने का प्रस्ताव भी उन्होंने खुले मंच से दिया। राजनीतिक गलियारे में चर्चा यहां तक है कि भाजपा के एक बड़े नेता लंबे समय से कैड़ा को लेकर पैरवी में जुटे हैं। पर यह कुछ स्थानीय नेताओं को रास नहीं आ रहा है। कुछ को टिकट कटने का डर भी है। कैड़ा का मामला यही अटका हुआ है।

हालांकि 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने स्थानीय नेताओं की परवाह किए बगैर कांग्रेस से आए विधायकों को टिकट थमा दिया था। मैदान में उतरे सभी कांग्रेसी पृष्ठभूमि के नेता भाजपा से जीते भी। अब इस बार सबकी निगाहें कैड़ा पर हैं। विधायक राम सिंह कैड़ा ने इस बारे में बात करने पर कहा कि मैं क्षेत्र के विकास कार्यों में लगा हुआ हूं। मेरा ध्यान भी विकास पर ही है। मेरी तैयारी अभी तो निर्दलीय के रूप में ही है। कल क्या होगा इस बारे में आज कुछ नहीं कहा जा सकता।

Post a Comment

0 Comments