उत्तराखंड : राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को भी मिलेगी पेंशन, आदेश जारी

प्रदेश सरकार उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों (पति या पत्नी) को भी पेंशन देगी। ऐसे चिह्नित राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को हर महीने 3100 रुपये पेंशन मिलेगी।


प्रदेश सरकार उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों (पति या पत्नी) को भी पेंशन देगी। ऐसे चिह्नित राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को हर महीने 3100 रुपये पेंशन मिलेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह घोषणा की थी। गृह विभाग ने इसका शासनादेश जारी कर दिया है। बृहस्पतिवार को अपर सचिव गृह रिद्धिम अग्रवाल ने इसका शासनादेश जारी किया।

बता दें कि प्रदेश सरकार 2016 से चिह्नित राज्य आंदोलनकारियों को 3100 रुपये प्रतिमाह पेंशन दे रही है। यह पेंशन आंदोलन के दौरान सात दिन जेल गए या घायल हुए आंदोलनकारियों से भिन्न है। यह पेंशन उन चिह्नित आंदोलनकारियों को दी जा रही है, जो राजकीय सेवा में नहीं हैं या किसी अन्य स्रोत से पेंशन नहीं ले रहे हैं। पिछले काफी समय से चिह्नित राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को भी पेंशन का लाभ देने की मांग की जा रही थी। मुख्यमंत्री धामी ने एक कार्यक्रम के दौरान आंदोलनकारियों के आश्रितों को भी पेंशन लाभ देने की घोषणा की थी। शासनादेश के मुताबिक राज्य आंदोलनकारियों की मृत्यु के बाद सरकार उनके आश्रितों को भी 3100 रुपये प्रतिमाह पेंशन देगी।

मुख्यमंत्री ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को दी श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वीर चंद्र सिह गढ़वाली की पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी में उनका अविस्मरणीय योगदान रहा है। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली ने निहत्थे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर गोली चलाने से इन्कार कर एक नई क्रांति का सूत्रपात किया था। वह साहस की प्रतिमूर्ति थे, अपने मजबूत इरादों की वजह से किसी के आगे नहीं झुके। उनके क्रांतिकारी व्यक्तित्व तथा देश को पराधीनता से मुक्त कराने में उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के सपने के अनुरूप उत्तराखंड के समग्र विकास की दिशा में राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है।

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