कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में शहर की व्यवस्था को सुधारने के लिए पीआरडी जवानों को नियुक्त किया गया था। पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाने के बाद भी आज उन्हें एक नोटिस देकर निकाल दिया गया।
कोटद्वार : नगर निगम क्षेत्र में शहर की व्यवस्था को सुधारने के लिए पीआरडी जवानों को नियुक्त किया गया था। पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाने के बाद भी आज उन्हें एक नोटिस देकर निकाल दिया गया। जिससे कि उनके पारिवारिक जीवन में संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पीआरडी जवानों का कहना है कि अपनी ड्यूटी को पूरी वफादारी और ईमानदारी से करने के बाद भी हमें नोटिस देकर निकाल दिया गया।
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बता दें कि इस वर्ष जुलाई में कोटद्वार नगर निगम ने शहर की व्यवस्था को सुधारने के लिए 41 पीआरडी जवानों की नियुक्ति की गई थी। कोरोना काल के मुश्किल समय में पीआरडी जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर पूरी ईमानदारी और वफादारी से अपनी ड्यूटी निभाई थी। इस दौरान जवानों ने कोटद्वार बाजार, कौड़िया बैरियर और बॉर्डर में होने वाले कोरोना टेस्ट में व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने का जिम्मा उठाया था।
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कोरोना के मुश्किल समय में जवानों ने दिन-रात अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी के साथ निभाई थी। कोरोना के समय में बॉर्डर से आने वाले लोगों की भीड़ को व्यवस्थित करने और उनका कोरोना टेस्ट कराने में पीआरडी जवानों ने पुलिस के साथ सहयोग करके अपनी भूमिका निभाई थी।
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वहीं अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से निभाने के बाद भी पीआरडी के जवानों को आज एक नोटिस देकर निकाल दिया गया है। इन जवानों में कई तो ऐसे हैं जिनके घर में कमाने का कोई साधन नहीं है। ऐसे में उनको ड्यूटी से निकालना उनके पारिवारिक जीवन में संकट पैदा कर रहा है। पीआरडी के जवानों का कहना है कि हमने अपनी ड्यूटी पूरी मेहनत और ईमानदारी से की है उसके बाद भी हमें आज निकाल दिया गया।

 
 
 
 
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