उत्तराखंड में पशुओं के लिए चारा लेने जंगल गई एक महिला पेड़ से गिर गई। परिजन उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उत्तराखंड : जनपद बागेश्वर से एक बड़ी दुःखद ख़बर सामने आई है। पहाड़ में घर गृहस्थी संभालने से लेकर मवेशियों के लिए चारा इकट्ठा करने तक की जिम्मेदारी महिलाओं पर ही होती है। पहाड़ो में घर से दूर घास लेने के लिए महिलायें जंगल जाती है। आपको बता दें, जंगलों में घास काटते वक्त जंगली जानवरों का डर लगा रहता है, इस दौरान महिलाएं अक्सर हादसों का शिकार भी हो जाती हैं।
प्राप्त जानकारी मुताबिक़, पशुओं के लिए चारा लेने जंगल गई एक महिला पेड़ से गिर गई। परिजन उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद बोहाला गांव और परिवार शोक में डूब गया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है। काफलीगैर तहसील के बोहला गांव निवासी लीला देवी (उम्र 40 वर्ष) पत्नी किशन सिंह रविवार की सुबह लगभग साढ़े दस बजे गांव की अन्य महिलाओं के साथ जंगल गई थी।
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बताया जा रहा है कि वह पशुओं के लिए घास आदि काटने के लिए पेड़ पर चढ़ गई। एकाएक पैर फिसलने के कारण गहरी खाई में गिर गई। महिलाओं ने तत्काल घटना की जानकारी स्वजनों को दी। परिवार के लोगों ने महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों के अनुसार महिला का एक बेटा और एक बेटी है। उसके पति श्रीनगर में प्राइवेट तौर पर नौकरी करते हैं।
घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इधर, एसआइ निशा पांडे ने बताया कि मेमो के आधार पर प्रकरण की जांच की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है। उधर, बोहला गांव पटवारी क्षेत्र होने के कारण पटवारी प्रवीण सिंह टाकुली और भूपाल सिंह मटियानी आदि भी घटना की जांच में जुट गए हैं। उन्होंने बताया कि मृतका गांव में आशा कार्यकर्ता भी थीं। करंट के चपेट से युवक की मौत
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