अगर आप शनिवार से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा में शामिल होने जा रहे हैं तो इसके लिए नियमों को भलिभांति समझ लें।
अगर आप आज शनिवार से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा में शामिल होने जा रहे हैं तो इसके लिए नियमों को भलिभांति समझ लें। कहीं ऐसा न हो कि आप चारधाम यात्रा से वंचित रह जाएं। परिवहन आयुक्त दीपेंद्र कुमार चौधरी की ओर से शुक्रवार को यात्रा के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए।
चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को होटल, धर्मशाला, आश्रम, होम स्टे, गेस्ट हाउस, पीजी अथवा अन्य पंजीकृत आवासीय सुविधा में प्रवास की सलाह दी गई है। आवासीय सुविधाओं में कार्यरत कर्मचारियों का टीकाकरण होना अनिवार्य है। शासन की ओर से जारी एसओपी में यात्रियों से यह भी कहा गया है कि वे यात्रा के दौरान रिश्तेदारों अथवा मित्रों के घर ठहरने से बचें। सहरूग्णता वाले व्यक्तियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा गया है।
ग्रीनकार्ड-ट्रिप कार्ड के बिना प्रवेश नहीं
दिशा-निर्देशों के मुताबिक, किसी भी यात्री वाहन को ग्रीन कार्ड या ट्रिप कार्ड के बिना प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यात्रा करने वाले लोग वाहन की आरसी, फिटनेस प्रमाण पत्र, इंश्योरेंस, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र, परमिट, उत्तरखंड राज्य का मोटर वाहन कर जमा कराने का प्रमाण पत्र, चालक का लाइसेंस, ग्रीन कार्ड, ट्रिपकार्ड, यात्री सूची की वैध मूल प्रमाण की प्रति जरूर साथ रखें।
मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर का पालन करना होगा
वाहन की लाइट, डीपर, वाईपर, ब्रेक, स्टेयरिंग, टायर की जांच कर लें। वाहन में लाल, सफेद और पीले रिफ्लेक्टर लगाएं। फर्स्ट एड किट, लकड़ी या लोहे का गुटका और अग्निशमन यंत्र रखें। वाहन में टॉर्च, रस्सी, पंचर किट, हवा भरने का पंप रखें।वाहन में कूड़ादान और वोमेटिंग बैग भी रखें। यात्रा के दौरान मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर का पालन करना होगा।
रात आठ से सुबह पांच बजे तक नहीं चलेंगे वाहन
चारधाम यात्रा के दौरान रात आठ बजे से सुबह पांच बजे तक वाहनों का संचालन पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। वाहन में किसी भी तरह का ज्वलनशील पदार्थ एलपीजी, डीजल, पेट्रोल, कैरोसिन टैंक के अलावा अलग से स्टोर न करें। एक चालक एक दिन में लगातार आठ घंटे से अधिक वाहन न चलाए।
चप्पल पहनकर वाहन चलाने पर कार्रवाई हो सकती है। मोटर कैब, मैक्सी कैब में टेपरिकॉर्डर का संचालन नहीं किया जा सकता। टूरिस्ट बसों में इस शर्त पर म्यूजिक सिस्टम चलाने की अनुमति होगी कि उसका संचालन कंडक्टर के हाथ में हो।
चेक प्वाइंट में तैनात होंगे स्वास्थ्य व पुलिस कर्मी
चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं के अनुपालन के लिए बदरीनाथ मार्ग पर गौचर, ग्वालदम, पांडुकेश्वर, पांडवाखाल व मोहनखाल, केदारनाथ मार्ग पर सिरोबगड़, चिरबटिया व सोनप्रयाग, गंगोत्री-यमुनोत्री मार्ग पर स्यान्सू, नगून बैरियर, धनोत्री व डामटा में चेक प्वाइंट स्थापित किए गए हैं। इनमें स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के कर्मचारी तैनात रहेंगे। चेक प्वाइंट पर यात्रियों के ई-पास, कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट व कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट का सत्यापन किया जाएगा।
देवस्थानम बोर्ड ने भी जारी की एसओपी
चारधाम यात्रा के लिए शासन की एसओपी जारी होने के बाद इसी के अनुरूप चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने भी अपनी एसओपी जारी की। मंडलायुक्त गढ़वाल एवं बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि यात्रा के दौरान कोविड की गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से अनुपालन कराया जाएगा। मंदिरों में थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क व सैनिटाइजर की उपलब्धता, सुरक्षित शारीरिक दूरी के मद्देनजर सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों, बीमार और बीमारी से ग्रस्त अति वृद्ध जनों को यात्रा की अनुमति नहीं होगी। किसी भी सहायता व मार्गदर्शन के लिए बोर्ड के अधिकारियों, कर्मचारियों से यात्री संपर्क कर सकते हैं।
करीब दो माह चलेगी यात्रा
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा करीब दो माह चलेगी। इस वर्ष केदारनाथ के कपाट 17 मई, बदरीनाथ के 18 मई, गंगोत्री के 15 मई और यमुनोत्री के कपाट 14 मई को खुले थे। देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ के अनुसार अभी यात्रा के लिए करीब दो माह का समय शेष है। शनिवार से यात्री चारधाम में दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा शुरू होते ही लोग अब पंचबदरी के साथ ही पंचकेदारों में द्वितीय केदार मध्यमेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ और चतुर्थ केदार रुद्रनाथ की यात्रा के लिए भी पहुंचेंगे।
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