बड़ी ख़बर : प्रदेश में खेल गतिविधियां के लिए एसओपी (SOP) जारी, इनको मिलेगी बड़ी राहत

प्रदेश में खेल गतिविधियां शुरू किए जाने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर दी गई है। खेल सचिव बृजेश कुमार संत के मुताबिक फिलहाल 11 खेलों को अनुमति दी गई है।


उत्तराखंड : प्रदेश में कोरोना महामारी थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के कारण खेल गतिविधियों पर रोक लगाई गई थी। इसके चलते स्पोट्र्स काॅलेज में भी अब तक एडमिशन नहीं हो सके हैं। जिसके चलते खिलाड़ियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें, प्रदेश में खेल गतिविधियां शुरू किए जाने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर दी गई है। 

खेल सचिव बृजेश कुमार संत के मुताबिक फिलहाल 11 खेलों को अनुमति दी गई है। प्रदेश में हर जिलों में जिलाधिकारी इसके लिए टास्क फोर्स गठित करेंगे। सभी जिलों के जिलाधिकारी को यह तय करना है कि खेल गतिविधियों को कब से शुरू किया जाना है। 

प्राप्त जानकारी अनुसार, खेल सचिव के मुताबिक खेल गतिविधियों को शुरू किए जाने के लिए जिलाधिकारी अपने-अपने जिले में टास्क फोर्स गठित करेंगे। जिसमें जिला खेल अधिकारी को अनिवार्य रूप से शामिल करना होगा। टास्क फोर्स अपने जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए खेलों को शुरू किया जाना है या नहीं, इसे कब से शुरू किया जाए, 11 में से कितनी खेल प्रतियोगिताएं कराई जाएं, इस पर जिलाधिकारी को प्रस्ताव देगी।

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11 खेलों की अनुमति दी गई है

खेल सचिव ने बताया कि फिलहाल जिन 11 खेलों की अनुमति दी गई है, इनमें से खेल है, एथलेटिक्स, हॉकी, भारोत्तोलन, तीरंदाजी, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, साइक्लिंग, तलवारबाजी, शूटिंग, कुश्ती, टेबल टेनिस शामिल हैं। बच्चों और बुजुर्गों को खेलों में शामिल नहीं किया जा सकेगा। रायपुर और पिथौरागढ़ स्पोर्ट्स कॉलेज में अलग-अलग खेलों के लिए खिलाड़ियों के ट्रायल की प्रक्रिया 15 से 29 दिसंबर तक होगी।

खेलों को लेकर खिलाड़ियों की लेनी होगी सहमति 

टास्क फोर्स खेलों में प्रतिभाग को लेकर खिलाड़ियों की सहमति लेगी। इसके अलावा खेल केंद्रों में सभी एथलीटों और कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु एप का उपयोग अनिवार्य होगा। 

प्रवेश द्वार पर हैंड सैनिटाइजर होगा अनिवार्य 

खेल केंद्रों के प्रवेश द्वार पर हैंड सैनिटाइजर अनिवार्य रूप से रखाना होगा। वहीं खिलाड़ियों एवं कर्मचारियों को स्वच्छता का ध्यान रखने के साथ ही अनिवार्य रूप से मास्क पहनना होगा। 

बता दें, इसके अलावा उन्होंने बताया कि कक्षा छह में प्रवेश के लिए बालक की आयु एक जुलाई 2020 को 10 वर्ष से कम और 12 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। केवल वही बालक प्रवेश के लिए पात्र होंगे जिनका जन्म एक जुलाई 2008 और 30 जून 2010 के बाद बीच हुआ है। केवल उत्तराखंड के मूल या स्थायी निवासी को ही प्रवेश दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि नरेंद्र नगर, उत्तरकाशी, पौड़ी, अगस्त्यमुनि, गोपेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, हल्द्वानी, रुद्रपुर, हरिद्वार और देहरादून में ट्रायल होंगे।

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