उत्तराखंड : दिल्ली पुलिस भर्ती की ऑनलाइन परीक्षा में पकड़ा गया मुन्ना भाई, पढ़े पूरा मामला

दिल्ली पुलिस की ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में देहरादून में एक प्रवेश पत्र पर दो अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंच गए। जांच में एक अभ्यर्थी 'मुन्नाभाई' निकला, जबकि दूसरा उसे हायर करने वाला आरोपित था।


दिल्ली पुलिस की ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में देहरादून में एक प्रवेश पत्र पर दो अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंच गए। जांच में एक अभ्यर्थी 'मुन्नाभाई' निकला, जबकि दूसरा उसे हायर करने वाला आरोपित था। प्रेमनगर थाना पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। प्रेमनगर थानाध्यक्ष धर्मेंद्र रौतेला ने बताया कि गुरुवार को दिल्ली पुलिस की भर्ती परीक्षा थी। परीक्षा करा रहे कर्मचारी चयन आयोग ने इसके लिए दून के प्रेमनगर में नंदा की चौकी स्थित स्किल शेयर मैनेजमेंट सॉल्यूशन को भी केंद्र बनाया था। 

परीक्षा शुरू होने के करीब पौन घंटा बाद पुलिस को सूचना मिली कि केंद्र पर एक प्रवेश पत्र पर दो युवक परीक्षा देने पहुंचे हैं। उनकी पहचान बागपत, उत्तर प्रदेश निवासी विशाल तोमर और सहारनपुर, उत्तर प्रदेश निवासी मो. साकिब के रूप में हुई। 


आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि प्रवेश पत्र विशाल तोमर का है, लेकिन उसने परीक्षा देने के लिए मो. साकिब को भेजा। इसके लिए विशाल ने साकिब को कुछ रुपये भी दिए थे। परीक्षा केंद्र पर तैनात स्टाफ को चकमा देकर मो. साकिब परीक्षा में बैठ भी गया था, लेकिन विशाल की एक गलती ने पर्दाफाश कर दिया। 

पुलिस के अनुसार परीक्षा सुबह नौ बजे शुरू होनी थी, लेकिन विशाल सुबह साढ़े छह बजे ही परीक्षा केंद्र पर पहुंच गया था। वह केंद्र के बाहर परीक्षा शुरू होने का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात मो. साकिब से हुई। साकिब ने विशाल को बताया कि उसने भी दिल्ली पुलिस में भर्ती के लिए आवेदन किया है, लेकिन उसकी परीक्षा कुछ दिन बाद है। 

साथ ही साकिब ने परीक्षा के लिए अच्छी तैयारी करने का दावा करते हुए विशाल से कहा कि अगर वह चाहे तो उसकी परीक्षा दे सकता है। विशाल राजी हो गया। इसके बाद साकिब ने विशाल से उसका ड्राइविंग लाइसेंस व प्रवेश पत्र की प्रति ली और परीक्षा केंद्र के भीतर चला गया।

ड्राइविंग लाइसेंस और प्रवेश पत्र में फोटो पुराने होने के कारण परीक्षा केंद्र में तैनात कर्मचारी इस फर्जीवाड़े को पकड़ नहीं पाए। लेकिन, परीक्षा शुरू होने के 35 मिनट बाद विशाल भी परीक्षा केंद्र पर पहुंच गया। उसे साकिब की बातों पर भरोसा नहीं हुआ था। विशाल को लगा कि साकिब इस तरह कैसे उसकी जगह परीक्षा दे सकता है। विशाल ने जब परीक्षा केंद्र के हेड अतर सिंह नेगी को प्रवेश पत्र दिखाया तो वह अलर्ट हो गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी।

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